AI मॉडल्स, जिन्हें वर्चुअल इंफ्लुएंसर्स के रूप में भी जाना जाता है, अब न केवल सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, बल्कि ब्रांड्स और कंपनियों के लिए बड़े मुनाफे का साधन भी बन चुके हैं। ये AI मॉडल्स डिजिटल दुनिया में फैशन, मार्केटिंग और क्रिएटिव इंडस्ट्रीज के हर पहलू को बदल रहे हैं। डिजिटल युग में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने एक नई क्रांति ला दी है।
AI मॉडल्स: क्या हैं ये?
AI मॉडल्स पूरी तरह से कंप्यूटर जनरेटेड कैरेक्टर्स हैं, जो इंसानों जैसे दिखते और व्यवहार करते हैं। ये मॉडल्स डीप लर्निंग और कंप्यूटर ग्राफिक्स की मदद से बनाए जाते हैं। इन्हें इस प्रकार प्रोग्राम किया जाता है कि वे सामाजिक और व्यवसायिक जरूरतों को पूरा कर सकें।
कुछ प्रसिद्ध AI इंफ्लुएंसर्स हैं:
- लिल मिकेला (@lilmiquela): एक वर्चुअल इन्फ्लुएंसर जो फैशन और म्यूजिक इंडस्ट्री में सक्रिय है। मिकेला के इंस्टाग्राम पर 30 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
- शुडू (@shudu.gram): दुनिया की पहली डिजिटल सुपरमॉडल, जो लग्ज़री ब्रांड्स के लिए काम करती है।
- इम्मा (@imma.gram): जापानी वर्चुअल मॉडल, जो हाई-एंड फैशन और कलात्मक प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रही है।
कैसे परफेक्ट दिखती हैं एआई मॉडल्स?
AI मॉडल आईटाना इस समय सबसे ज्यादा कमाई करने वाली AI इंस्टाग्राम मॉडल्स में एक है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बार्सिलोना की एक एजेंसी ये AI मॉडल बनाकर महीने के लाखों रुपये कमा रही है. एजेंसी के मुताबिक, उनकी कोशिश रहती है कि AI मॉडल को वैसा टच दिया जाए, जिससे वो रियल लगे. एजेंसी ने बताया कि एआई मॉडल को परफेक्ट दिखाने के लिए लड़की की तस्वीर खींची जाती है और फिर एआई की मदद से फाइनल टच दिया जाता है.
कैसे होती है कमाई?
AI मॉडल्स की कमाई के कई साधन हैं, जो इन्हें न केवल सोशल मीडिया पर बल्कि ई-कॉमर्स और मनोरंजन इंडस्ट्री में भी प्रभावी बनाते हैं।
1. ब्रांड प्रमोशन और पार्टनरशिप
AI इंफ्लुएंसर्स बड़े ब्रांड्स के लिए उत्पाद प्रमोशन करते हैं। उदाहरण के लिए, लिल मिकेला ने प्रादा और केल्विन क्लेन जैसे ब्रांड्स के साथ काम किया है। ये ब्रांड्स लाखों रुपये खर्च करते हैं ताकि उनके प्रोडक्ट्स को वर्चुअल कैरेक्टर्स के जरिए प्रचारित किया जा सके।
2. स्पॉन्सर्ड कंटेंट
सोशल मीडिया पर स्पॉन्सर्ड पोस्ट के जरिए ये मॉडल्स ब्रांड्स के लिए प्रमोशनल कंटेंट बनाते हैं। उदाहरण के तौर पर, इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के लिए एक प्रसिद्ध AI मॉडल लाखों रुपये तक चार्ज कर सकता है।
3. ई-कॉमर्स और मर्चेंडाइज
AI मॉडल्स डिजिटल मर्चेंडाइज, जैसे NFT (Non-Fungible Tokens), बेचकर भी कमाई करते हैं। इसके अलावा, AI मॉडल्स को वर्चुअल फैशन शो और ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर भी प्रमोशनल एक्टिविटीज के लिए हायर किया जाता है।
4. वर्चुअल इवेंट्स और म्यूजिक
AI इंफ्लुएंसर्स वर्चुअल कॉन्सर्ट्स और इवेंट्स में भी हिस्सा लेते हैं। मिकेला ने म्यूजिक इंडस्ट्री में कई गाने रिलीज़ किए हैं, जो उन्हें एक मल्टी-टैलेंटेड वर्चुअल पर्सनालिटी बनाता है।
AI मॉडल्स का प्रभाव और चुनौतियां
फायदे:
- कस्टमाइजेशन:
AI मॉडल्स को किसी भी ब्रांड या कैंपेन के लिए आसानी से कस्टमाइज किया जा सकता है। - सस्ते और विश्वसनीय:
रियल इंफ्लुएंसर्स की तुलना में AI मॉडल्स को बनाए रखना कम खर्चीला है। - विवादों से मुक्त:
ये मॉडल्स किसी भी विवादास्पद स्थिति से बचाए जा सकते हैं।
चुनौतियां:
- प्रामाणिकता:
AI मॉडल्स के जरिए असली और नकली के बीच का फर्क खत्म हो सकता है, जो ग्राहकों के लिए भ्रम पैदा कर सकता है। - नौकरी पर प्रभाव:
इंसानों की जगह AI मॉडल्स लेने से नौकरियों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। - एथिक्स और प्राइवेसी:
AI मॉडल्स के डेटा का दुरुपयोग एक बड़ी समस्या बन सकता है।
भविष्य की संभावनाएं
AI मॉडल्स का भविष्य उज्ज्वल है। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है, ये मॉडल्स और भी यथार्थवादी बनते जा रहे हैं। भारत में भी AI आधारित इंफ्लुएंसर्स की मांग बढ़ रही है, खासकर फैशन, म्यूजिक और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में।